ज़िंदगी में कठिन ताप सह, दर्द में भी जिएँ किस तरह,
3.
होलिका के पास ऐसी विद्या थी कि वो अग्नि का ताप सह सकती थी।
4.
दिल्ली में क्यूं 45 डिग्री का ताप सह कर, डीटीसी में बैठ कोई भी नेता..
5.
पावस की पहली फुहार जेठ-बैसाख का ताप सह चुकी मिट्टी पर पड़ी, फिर सोंधी सी महक छिटक उठी।
6.
पक्का टाँका वह है जो धातु के गरम (लाल) होने पर ही गलता है, अत: यह उन्हीं धातुओं को जोड़ने में काम आता है, जो इतना ताप सह सकें।
7.
पक्का टाँका वह है जो धातु के गरम (लाल) होने पर ही गलता है, अत: यह उन्हीं धातुओं को जोड़ने में काम आता है, जो इतना ताप सह सकें।
8.
लोहे की भट्टी का भीषण ताप सह कर, खून को पसीना बनाकर, लोहे जैसे हाथों से लोहा ढ़ो कर ये निरीह मजदूर संसार को रेल की पाँत, लोहे की छड़े और अन्य उपयोगी वस्तुएं देते हैं जिनसे संसार सभ्य बने रहने का दावा करता है।
9.
त्वमेव माता, च पिता त्वमेव अब केवल कूड़े दान में मिलते हैं किसी वृधाश्रम में ठिठुर ठिठुर के नीरसता में बहते हैं जिन “ छिलकों ” ने ताप सह के तुमको खिलाया था उनको तुमने दूर फ़ेंक के ऐसी अग्नि में सुलगाया था अरे चरणों में जिनके तुमको होना था चरनामृत तुमको जिनका पीना था उनको तुमने पैरो से अपने दबा दिया लात मार दी ह्रदय से अपने छिलका उनको बना दिया